Category: <span>Love Shayari</span>

Category: Love Shayari

तुम मेरी हर बात मानो

तुम मेरी हर बात मानो
हर बार भरोसा करो
हर बार उतनी ही गर्माहट से हाथ गहो
तुम्हारे बोसे में
उतना ही तीखापन हो
हर बार
तुम चुप हो जाओ
लड़ो नहीं
यह कतई ज़रूरी नहीं
इन अपूर्णताओं के बदले में
क्या पता
हमें एक अदद ज़िन्दगी मिले एक साथ
एक दूसरे को पूरा बनाने को।