शुरुआत में कितने भी कसमें वादें कर लो ,
अंत
” पापा नहीं मानेंगे बाबू ”
से होगा।
शुरुआत में कितने भी कसमें वादें कर लो ,
अंत
” पापा नहीं मानेंगे बाबू ”
से होगा।
किसी को गुलाब देना इश्क़ नहीं,
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उसे गुलाब की तरह रखना भी इश्क़ है
पति – तुम तैयार होने में बहुत टाईम लगाती हो
मुझे देखो मैं दो मिनट में तैयार हो गया
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पत्नी – मैगी और शाही पनीर में यही तो फर्क़ होता है
जीभ जलने पर जब चाय नही छोड़ी जाती
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तो दिल जलने पर इश्क़ क्या खाक छोड़ेंगे….
स्त्री चाहती है..
पुरुष उसको पढ़े ।
पुरुष चाहता है..
स्त्री उसको सुने ।
दोनों ही एक दूसरे को..
ना सुनते हैं
ना ही पढ़ते हैं हाँ…
यह अलग बात है कि..
आजकल दोनों ही एक – दूसरे को लिखते खूब हैं !!
एक भी Girlfriend नहीं है
आप ही बताओ
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भींगी भींगी सड़को पे मैं किसका इंतजार करुं 🙄😒
– एक घनघोर सिंगल बेरोजगार की कलम से
पंडित जी ने कुंडली मिलाई..
*३६ के ३६ गुण मिल गये।* 📜✔️
लड़के वालों ने मना कर दिया।
लड़की वाले हैरान हो कर पूछने लगे:
*”जब सारे गुण मिलते हैं तो आप मना क्यों कर रहे हैं?”*
लड़के वाले:
*”हमारा लड़का बिलकुल लफ़ंगा है, अब क्या बहु भी उस जैसी ले आयें?”*
😂😂😂
मैं इतिहास था विवादित रहा
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वो भूगोल थी सो बदल गयी !!
एक आख़िरी मुलाक़ात को
बुलाया था उसने
मैं नहीं गया,
यूँ न जाकर
मैंने बचाये रखी
एक आख़िरी मुलाक़ात
~ पंकज विश्वजीत
रात को मैंने उससे पूछा कि
तुम्हें नींद ज्यादा पसंद है या मैं….
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सुबह 10 बजे उसका रिप्लाई आया
“तुम”
😢😢😢😢😶😶🙄✌️