वजह को एक वजह पे ख़तम करेंगे
तुम सजा ऐसी देना
की हम बिन खता के खता को खत्म करेंगे
Month: July 2018
शौक था कभी पढ़ने का उन्हें
शौक था कभी पढ़ने का उन्हें जिन्हे पढ़ कर सभी छोड़ दिया करते थे
आज छोड़ रहे है वो मेहताब उन्हें
जो छोड़ी चीज को खुशी से जोड़ दिया करते थे
कुछ शब्द हो तो देना
कुछ शब्द हो तो देना राह गुजरते राहगीर
शब्द ए आईने की खिदमत “उसे” करनी है
Attitude
समझ नहीं आता कि
लड़कियों में ऐसी क्या कमी है
जो वो खुद को मेरे लायक नहीं समझती…
😜😜😂😂😂😂
आँख मारना
कोई ये अफवाह उड़ा रहा कि अब किसी को आँख मारना राष्ट्रविरोधी काम माना जायेगा।
#Rahul #Modi
😉😊😆
भाई कितनी भी पढ़ाई कर लो
भाई कितनी भी पढ़ाई कर लो, डिग्री-विग्रीयाँ ले लो… लेकिन रेस्टोरेंट के दरवाजे पर Push और Pull लिखा देखते हो तो .
2-3 Second के लिये सोचना पड़ता है, कि साला धकेलना है, कि खिंचना है…😂😂😂😋😋😋
सत्य कथन
सत्य कथन…
अगर पैसो में गर्मी न होती।
तो ATM में 24 घंटे AC
न चलते…
देखें कौन किसको कितना याद करता है.
ख्वाहिशे दफ़न करे या चादर बड़ी करें
ये कश्मकश है ज़िंदगी की
कि कैसे बसर करें ……
ख्वाहिशे दफ़न करे
या चादर बड़ी करें ….
दूर से दूर तलक एक भी दरख्त न था
दूर से दूर तलक एक भी दरख्त न था|
तुम्हारे घर का सफ़र इस क़दर सख्त न था।
इतने मसरूफ़ थे हम जाने के तैयारी में,
खड़े थे तुम और तुम्हें देखने का वक्त न था।
– गोपालदास नीरज