मै एक मज़दूर हूँ

मै एक मज़दूर हूँ

“मै एक मज़दूर हूँ।

जिस दिन कुछ लिख न लूँ,

उस दिन मुझे रोटी खाने का कोई हक नहीं।”

#प्रेमचंद

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