गिरने वाले उस मकान में भी एक सलीक़ा था status.amitkumarsachin.com शायरी September 30, 2019 September 30, 2019 गिरने वाले उस मकान में भी एक सलीक़ा था . . . तुम ईंटों कि बात करते हो , मिट्टी भी साथ साथ गिरी