पायल बेचकर उसने लगवाए थे
मेरे गिटार में नए तार
अब तारों को छेड़ता हूँ
तो छम-छम की आवाज़ आती है
पायल बेचकर उसने लगवाए थे
मेरे गिटार में नए तार
अब तारों को छेड़ता हूँ
तो छम-छम की आवाज़ आती है
फिर वही शाम,फिर वही चाय..
फिर वहीं तेरी,याद का आना..
फिर वही बेचैनी,फिर वहीं तलब..
फिर वही हर घुट में,तुझे महसूस कर जाना,
फिर वही इंतज़ार,बस इतना ही है इश्क।❤❤❤
Dear #Soulmate
लाजमी तो नहीं, मुझे हर वक़्त याद करो…
बिल्कुल ही भूल जाओ, ये तो जुल्म है ना…!!!
#काश
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#मैं ऐसी जरूरत बन जाऊँ तेरी
जिसकी तुम्हे #तलब रहे सारी #जिंदगी !!
❤❤❤
घमण्ड बता देता है कितना पैसा है ।
#मर्यादा बता देती है परिवार कैसा है ।।
बोली बता देती है इंसान कैसा है ।
बहस बता देती है ज्ञान कैसा है ।।
नजरें बता देती है सूरत कैसी है ।
स्पर्श बता देता है नीयत कैसी है ।।
#बज़्म
फूल जैसे मख़मली तलवों में छाले कर दिए,
गोरे सूरज ने हज़ारों जिस्म काले कर दिए।
~राहत इंदौरी
इश्क का लुफ्त तो देखिये साहेब..
कोई मर रहा है किसी पे मरने के लिए…!!