Category: <span>Ishq</span>

Category: Ishq

Ajib Paheli Ishq

अजीब पहेली है इश्क…
सताता है,
सहलाता है,
हँसाता है,
रुलाता है….
दर्द देता है…
औऱ
दर्द देने वाले के हक में ही
रात सारी दुआँ पढ़वाता है।

Ishq Bhi Shayad Waisa Hi Hai

मेरे घर की छत के ऊपर एक छोटी छत है, वहाँ का रास्ता एक कच्ची सीढ़ी से हो कर जाता है, जिसे बचपन में हम चढ़ तो आसानी से जाते थे, पर उतरने में डर लगता था। यह इश्क़ भी शायद वैसा ही है।

– आयुष्मान खुराना