मुस्कान को तभी रोको
जब वो किसी को चोट पहुंचा रही हो
वरना …..
खिल खिलाकर हसने दो
पिताजी गणित हैं,
कठिन, समझ में नहीं आते
लेकिन सत्य भी वही हैं।
और माँ?
माँ, प्रेम है, साहित्य है।
माँ, एक कहानी सुनाती है,
जोकि काल्पनिक है।
जिससे हम सीखते हैं सत्य
और समझने लगते हैं गणित…
~देवेंद्र पाण्डेय(@SankrityaDev)
कोई व्यक्ति कितना ही महान क्यों न हो,आँखें मूंदकर उसके पीछे न चलिए।
यदि ईश्वर की ऐसी ही मंशा होती तो वह हर प्राणी को आँख,नाक,कान,मुँह, मस्तिष्क आदि क्यों देता..??
कानंद~स्वामी विवे
मैं जब सो जाऊँ इन आँखों पे अपने होंट रख देना
यक़ीं आ जाएगा पलकों तले भी दिल धड़कता है
~ बशीर बद्र
जली को “आग” कहते है, बुझी को राख कहते है जिस बात को सुनकर चप्पल हाथ में आ जाये उसे
“मन की बात” कहते है
ज़रूरी नहीं की जो लड़कियां sad शायरी
करती हैं वो ” बीमार ए इश्क ” हों
मेरी तरह घर वालों के ताने सुन सुन कर भी
Sad शायरी करती हों…….
अगर आप बैंक से लोन लेते है तो 30 साल तक भी चुकाना पड़ सकता है
लेकिन
अगर आप बैंक लूटते हैं तो 10 साल में ही बाहर आ सकते है 🙄😁
इस प्रकार की विभिन्न सलाहों के लिए बने रहें मेरे साथ😂😂
सब्ज़ी बेचकर ” Hero Splendor”🏍
लेने की सोच लेना,
लेकिन कभी
” Network Marketing” जॉइन कर
BMW🚘लेने की मत सोचना..!
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