जीवन का खालीपन जितना जल्दी भर जाए उतना अच्छा ।
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नहीं तो उन खाली जगहों पर दुःख अपना घर बना लेते हैं।
जीवन का खालीपन जितना जल्दी भर जाए उतना अच्छा ।
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नहीं तो उन खाली जगहों पर दुःख अपना घर बना लेते हैं।
मेरी ख़ूबीयो पर तो…..
यहाँ सब खामोश रहते हैं ..
चर्चा मेरे बुराई पे हो तो…
गूँगे भी बोल पड़ते हैं …
आशियाने बनें भी
तो कहाँ जनाब…
जमीनें महँगी हो चली हैं
और
दिल में लोग जगह नहीं देते..