लोगों के ख्यालों से हटता जा रहा हूँ मैं
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SSC का रिजल्ट होता जा रहा हूँ मैं
कड़वा सच
चापलूस और आलोचक मे केवल इतना अन्तर है कि चापलूस अच्छा बनकर बुरा करता है
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और आलोचक बुरा बनकर अच्छा करता है
कड़वा सच
कड़वा सच
गरीब आदमी जमीन पर बैठ जाये
तो वो जगह उसकी औकात कहलाती है
और अगर कोई धनवान बैठ जाये तो ये उसका बड़प्पन कहलाता है!🤔
शुभ रात्रि🙏🏻
सिर्फ झूठ को अच्छे लहजे की जरूरत है
सिर्फ झूठ को अच्छे लहजे की जरूरत है,
सच तो हर लहजे में कड़वा ही होता है।
खून बिना छना पी जाते हैं
कुछ लोग जो पानी छानकर पीते हैं,
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खून बिना छना पी जाते हैं
~ हरिशंकर परसाई
पुरुष का रोना
पुरुष रोता नहीं है पर जब वो रोता है, रोम-रोम से रोता है।
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उसकी व्यथा पत्थर में दरार कर सकती है
~ हरिशंकर परसाई
धर्म शोषण या भाग्यवाद
धर्म चालाक आदमी का शोषण का हथियार है और भोले आदमी के लिए भाग्यवाद की अफीम
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धर्म पर कब्ज़ा वह वर्ग कर लेता है जिसके अधिकार में उत्पादन के साधन होते हैं
~ हरिशंकर परसाई
मूर्खता से पैदा हुआ आत्मविश्वास
मूर्खता से पैदा हुआ आत्मविश्वास
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सबसे बड़ा होता है!
– हरिशंकर परसाई
भगवान पांच लड़कियों के बाद
भगवान पांच लड़कियों के बाद
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लड़का देकर अपने होने का सबूत देता रहता है।
~ हरिशंकर परसाई