जहा दूसरे को समझाना मुश्किल हो जाये,
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वहा खुद को समझा लेना बहतर होता है…..
जहा दूसरे को समझाना मुश्किल हो जाये,
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वहा खुद को समझा लेना बहतर होता है…..
कैसे भूलेगी वो मेरी बरसोंकी चाहत को…
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दरिया अगर सूख भी जाये तो रेत से नमी नहीं जाती…
कौन कहता है की दिल..
सिर्फ लफ्जों से दुखाया जाता है,
तेरी ख़ामोशी भी कभी कभी..
आँखें नम कर देती है..