मेरे हाथ अक्सर एक हाथ तलाशा करते है,
तुझसे गुजरे है, तेरा साथ तलाशा करते है
गालियां, वो सड़के, इश्क़ में थी सनी – सनी ,
ओस की बूंदों में वही रात तलाशा करते है
© नेहा नूपुर
मेरे हाथ अक्सर एक हाथ तलाशा करते है,
तुझसे गुजरे है, तेरा साथ तलाशा करते है
गालियां, वो सड़के, इश्क़ में थी सनी – सनी ,
ओस की बूंदों में वही रात तलाशा करते है
© नेहा नूपुर
जब प्रेम का इज़हार करेंगे हम
हमारी कोई भी महान उपलब्धि
काम नहीं आएगी
काम आएगा सिर्फ़
स्त्री के क़दमों में बैठ
काँपते हाथों से फूल देना
कभी लफ़्ज़ों में मत ढूँढना…
मेरे इश्क का वजूद…
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मैं उतना नहीं लिख पाता…
जितना महसूस करता हुँ…
मुझे तुम्हारी चालाकी नही
तुम्हारा हुनर चाहिए..
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मुझे तोहफे में घड़ी नही
तुम्हारा वक़्त चाहिए…
कुछ लोग अपनें लम्हें सँवारने के लिए
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दूसरों की सदियाँ वीरान कर देते हैं
वो अपनी नाराजगी कुछ यूँ जाहिर करती है
जब भी नाराज़ होती है
#तुम से #आप कहने लगती है