क्या हसीन इत्तेफाक़ था तेरी गली में आने का,
किसी काम से आये थे और किसी काम के ना रहे।
उसे उड़ने का शौक था
उसे उड़ने का शौक था
और हमें उसके प्यार की कैद पसंद थी,
वो शौक पूरा करने उड़ गयी जो
आखिरी सांस तक साथ देने को रजामंद थी…!!!
जिस्म से होने वाली मोहब्बत
जिस्म से होने वाली मोहब्बत का इज़हार आसान होता है
रूह से हुई मोहब्बत समझने में ज़िन्दगी गुजर जाती है |
सफ़र की धूप में
सफ़र की धूप में चेहरे सुनहरे कर लिए हम ने
वो अंदेशे थे रंग आँखों के गहरे कर लिए हम ने