एक स्त्री अकेली ही काफी है घर को स्वर्ग बनाने के लिए

एक स्त्री अकेली ही काफी है घर को स्वर्ग बनाने के लिए

हजारो फुल चाहिए एक माला बनाने के लिए
हजारी दिपक चाहिए एक आरती सजाने के लिए
हजारो बूंद चाहिए समुन्द्र बनाने के लिए
पर एक स्त्री अकेली ही काफी है घर को स्वर्ग बनाने के लिए
Happy Women’s Day

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