चलो तुम कुछ बातें याद करके
हमे गले लगा लो❤️
और मैं
कुछ बातें भूलकर मुस्कुरा लेती हूँ🤗….
चलो तुम कुछ बातें याद करके
हमे गले लगा लो❤️
और मैं
कुछ बातें भूलकर मुस्कुरा लेती हूँ🤗….
महके-महके से रहते हैं खुश्बू से तेरी
तुम बन के इत्र बिखर गये हो मुझमें कहीं.!!
दिल खुद ढूंढ लेता है तेरी बेरुखी के बहाने।
तुम्हे अपनी सफाई में कुछ कहने की जरूरत नही।।
जुल्म के सारे हुनर हम पर यूँ आजमाये गये,
जुल्म भी सहा हमने, और जालिम भी कहलाये गये!!
जब भी खोला है ये माज़ी का दरीचा मैं ने
कोई तस्वीर ख़यालों में नज़र आती है
~फ़रह इक़बाल
काश अठखेलियां लेता कभी
तेरे प्यार से उफनते सागर में
रोम रोम हर्षित हो जाता तब
मिलता सुकून भरता तुझे पहलू में
काश भीगता कभी तू
मेरे सुखन की बारिश में।
कतरा – कतरा जज़्बात,
तेरी जड़ों में रिस जाते।।
कोई प्यार से जरा सी फुंक मार दे तो बुझ जाऊं…..!!
नफरत से तो तुफान भी हार गए मुझे बुझाने में….
-अज्ञात
😊🙏