Category: <span>Heart Broken Shayari</span>

Category: Heart Broken Shayari

मुझ को आदत है रूठ जाने की

एक ही फ़न तो हम ने सीखा है

जिस से मिलिए उसे ख़फ़ा कीजे

मुझ को आदत है रूठ जाने की

आप मुझ को मना लिया कीजे

#जौन_एलिया

दूर से दूर तलक एक भी दरख्त न था

दूर से दूर तलक एक भी दरख्त न था|
तुम्हारे घर का सफ़र इस क़दर सख्त न था।

इतने मसरूफ़ थे हम जाने के तैयारी में,
खड़े थे तुम और तुम्हें देखने का वक्त न था।

– गोपालदास नीरज