खाना खाते वक्त Bed-sheet से हाथ पोछ कर,
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गर्लफ़्रेंड को रिप्लाई करना भी सच्ची मोहब्बत है 😛
खाना खाते वक्त Bed-sheet से हाथ पोछ कर,
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गर्लफ़्रेंड को रिप्लाई करना भी सच्ची मोहब्बत है 😛
सब्र इतना रखो की इश्क़ बेहूदा ना बने
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खुदा मेहबूब बन जाए …
पर महबूब खुदा ना बने
रहने दो “उधार” इक मुलाकात
यूं ही..!
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सुना है “उधार” वालों को “लोग”
“भुलाया” नहीं करते..!!
एक ख़ूबसूरत पेड़
जिसपे खिले थे लाल
मखमली खूबसूरत फूल
इसे देख अचानक
ठहर गयी नज़र
क्योंकि नहीं थी उसपे हरी पत्तियाँ
दमक रही थी सूखी डाल फूलों से
तभी याद आयी तुम्हारी कही बात
उम्मीद जीवन की कभी छूटने मत देना
यूँ ही मुस्कुराते रहना हर लम्हा
इन पलाश के फूलों कि तरह
अंशु हर्ष
फासला रखिये नहीं तो मोहब्बत हो जायेगी
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फिर किसी की अम्मा नही मानेगी …
किसी के अब्बा नहीं मानेंगे ,
बिना जिस्म को छुए
कोई रूह से लिपट जाए…
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मेरे ख्याल में तो
वही सच्चा इश्क़ है..
कोई फर्क नहीं पड़ता कि
आप कितने खूबसूरत हैं ?
~क्योंकि~
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लँगूर और गोरिल्ला भी
अपनी ओर लोगों का ध्यान
आकर्षित कर ही लेते हैं
😂😂😂😂
ज़रूरी नहीं कि सबकी नज़रों में अच्छे ही बनो
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कुछ लोगों की नज़रों में खटकने का मज़ा ही अलग है…….😁😁😁
सुन रहे हो प्रिय?
तुम्हें मैं प्यार करती हूँ।
और जब नारी किसी नर से कहे,
प्रिय! तुम्हें मैं प्यार करती हूँ,
तो उचित है, नर इसे सुन ले ठहर कर,
प्रेम करने को भले ही वह न ठहरे।
~ दिनकर (‘उर्वशी’ से)
जब प्रेम का इज़हार करेंगे हम
हमारी कोई भी महान उपलब्धि
काम नहीं आएगी
काम आएगा सिर्फ़
स्त्री के क़दमों में बैठ
काँपते हाथों से फूल देना