हँसी , मुस्कान , तसल्ली , चैन , सुकून ,अपनापन और राहत
ये चीजें पैसों से नहीं मिलती है…..
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इसके लिए दारू पीनी पड़ती है
😜😜😜
हँसी , मुस्कान , तसल्ली , चैन , सुकून ,अपनापन और राहत
ये चीजें पैसों से नहीं मिलती है…..
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इसके लिए दारू पीनी पड़ती है
😜😜😜
एक बार इश्क़ हो जाने दो हमको भी…
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फिर शायरियां चेप चेप कर कलेजा ना फाड़ दिया तो कहना…😂
😂😂😂😂😂
कितनी नन्हीं सी, परिभाषा है दोस्ती की ?
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.मैं शब्द,
तुम अर्थ,
तुम बिन,
मैं व्यर्थ…..
फिल्मों में जब पंडित जी ये कहते है कि,
“कन्या को बुलाइये मुहूर्त का समय निकला जा रहा है”
तो इसका सीधा मतलब ये होता था…
👇🏻
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“दुल्हन घर छोड़कर भाग गई है”
😝😂😂
आदमी शादी से पहले ‘गर्मजोशी’ में,
शादी के बाद कुछ दिनों तक ‘मदहोशी’ में,
और उसके बाद का पूरा जीवन
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“ख़ामोशी” में रहता है😁🤫😜😆😝
वास्ता हुस्न से या शिद्दत ए जज्बात से क्या
इश्क को तेरे कबीले या मेरी जात से क्या
प्यास देखूं या करूँ फिक्र कि घर कच्चा है
सोच में हूँ कि मेरा रिश्ता है बरसात से क्या..!
(जौन एलिया)
Lip se lip milte hai to
Kia hota hai… 💋
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Hmsa ganda hi sochna muh bnd hota hai or Kia hota hai..
Sudhr jao Yaar😜😜