जो मन की पीड़ा को स्पष्ट रूप से नहीं कह सकता उसी को क्रोध अधिक आता है
कचरे में पड़ी रोटियां
कचरे में पड़ी रोटियाँ रोज यह कहती है की पेट भरते ही इंसान अपनी औकात भुल जाता हैं
बुरा समय
बुरा समय आपका जीवन के उन सत्यों से सामना करवाता है, जिनकी आपने अच्छे समय में कभी कल्पना भी नहीं की होती है
सुलझा हुआ इंसान
“सुलझा हुआ इंसान वह है जो अपने जीवन के निर्णय स्वयं लेता है, और उन निर्णयों के परिणाम के लिए के किसी दूसरें को दोष नहीं देता”
व्यक्तित्व
“व्यक्तित्व” की भी
अपनी वाणी होती है
जो “कलम”‘ या “जीभ”
के इस्तेमाल के बिना भी,
लोगों के “अंर्तमन” को छू जाती है..!!!
“माँ” एक ऐसी बैंक है
“माँ” एक ऐसी बैंक है जहाँ आप हर भावना और दुख जमा कर सकते है।
#Mother #माँ #अम्मा
मैं वो फल हूँ जो अपनो के पत्थर से टूटा हूँ
तू रंज न कर मैं तुझसे नही खुद से रुठा हूँ..
मैं वो फल हूँ जो अपनो के पत्थर से टूटा हूँ..
सच चाहता है उसे हर कोई पहचाने
सच चाहता है उसे हर कोई पहचाने
और झूठ हमेशा डरता है कोई उसे पहचान ना ले