दुनिया के साथ समस्या ये है कि बुद्धिमान लोग संदेह से भरे हैं
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जबकि मूर्ख आत्मविश्वास से!
~ चार्ल्स बुकोव्स्की
दुनिया के साथ समस्या ये है कि बुद्धिमान लोग संदेह से भरे हैं
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जबकि मूर्ख आत्मविश्वास से!
~ चार्ल्स बुकोव्स्की
मुस्कान को तभी रोको
जब वो किसी को चोट पहुंचा रही हो
वरना …..
खिल खिलाकर हसने दो
मौन
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क्रोध की सर्वोत्तम चिकित्सा है।
~ स्वामी विवेकानंद
चापलूस और आलोचक मे केवल इतना अन्तर है कि चापलूस अच्छा बनकर बुरा करता है
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और आलोचक बुरा बनकर अच्छा करता है
कुछ लोग जो पानी छानकर पीते हैं,
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खून बिना छना पी जाते हैं
~ हरिशंकर परसाई
पुरुष रोता नहीं है पर जब वो रोता है, रोम-रोम से रोता है।
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उसकी व्यथा पत्थर में दरार कर सकती है
~ हरिशंकर परसाई
मूर्खता से पैदा हुआ आत्मविश्वास
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सबसे बड़ा होता है!
– हरिशंकर परसाई
भगवान पांच लड़कियों के बाद
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लड़का देकर अपने होने का सबूत देता रहता है।
~ हरिशंकर परसाई
बेइज्जती में अगर दूसरे को भी शामिल कर लो
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तो आधी इज्जत बच जाती है!
– हरिशंकर परसाई
जिन्हें पसीना सिर्फ़ गर्मी और भय से आता है,
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वे श्रम के पसीने से बहुत डरते हैं!
– हरिशंकर परसाई