Category: <span>जिंदगी</span>

Category: जिंदगी

पता नहीं लोग आपस में बांटकर कैसे खा लेते हैं।

पता नहीं लोग आपस में बांटकर कैसे
खा लेते हैं।
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मुझे तो आपस में बांटने के बाद भी दूसरे
का समोसा ही ज्यादा बड़ा दिखता हैं
😂😂😂😂😂😂

न बिकने का इरादा हो तो क़ीमत और बढ़ती है

सफ़र में मुश्किलें आएँ तो जुर्रत और बढ़ती है
कोई जब रास्ता रोके तो हिम्मत और बढ़ती है

मेरी कमज़ोरियों पर जब कोई तनक़ीद करता है
वो दुशमन क्यों न हो उस से मुहव्बत और बढ़ती है

अगर बिकने पे आ जाओ तो घट जाते हैं दाम अक़सर
न बिकने का इरादा हो तो क़ीमत और बढ़ती है

~ नवाज़ देवबन्दी