झूठ बोलने के लिए सबसे सुरक्षित जगह
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अदालत है।
~हरिशंकर परसाई
संकट में तो शत्रु भी मदद कर देते हैं।
मित्रता की सच्ची परीक्षा संकट में नहीं, उत्कर्ष में होती है।
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जो मित्र के उत्कर्ष को बर्दाश्त कर सके,
वही सच्चा मित्र होता है।
~ हरिशंकर परसाई
चाहे कोई दार्शनिक बने साधु बने या मौलाना बने, अगर वो लोगों को अंधेरे का डर दिखाता है,
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तो ज़रूर वो अपनी कंपनी का टॉर्च बेचना चाहता है।
~ हरिशंकर परसाई
देश की आधी ताकत लड़कियों की शादी करने में जा रही है। पाव ताकत छिपाने में जा रही है, शराब पीकर छिपाने में, प्रेम करके छिपाने में, घूस लेकर छिपाने में, बची पाव ताकत से देश का निर्माण हो रहा है – तो जितना हो रहा है, बहुत हो रहा है।
आख़िर एक चौथाई ताकत से कितना होगा।
~ हरिशंकर परसाई
मास्क लगाकर दो महीने में ही थक गया वो आदमी
जो कहता था कि
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“औरत” को हमेशा “घुंघट” में रहना चाहिए !!
अक्सर दिखाई नहीं देता पर
सामने जरूर होता है
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हर खुदखुशी करने वाले का क़ातिल
जरूर होता है
जब पति ने अपना पसीना पत्नि के दुपट्टे से पौछना चाहा
तो पत्नि बोली:-
दुपट्टा गंदा न करो !
जब पति ने अपना पसीना मां के दुपट्टे से पौछना चाहा
तो मां बोली:-
“ये गंदा है.. साफ़ देती हूं” !!
A Priceless Love…💝
Happy mother’s day
सत्य को भी प्रचार चाहिए,
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अन्यथा वह मिथ्या मान लिया जाता है।
~ हरिशंकर परसाई