Category: <span>कटाक्ष</span>

Category: कटाक्ष

सच्चा मित्र

संकट में तो शत्रु भी मदद कर देते हैं।
मित्रता की सच्ची परीक्षा संकट में नहीं, उत्कर्ष में होती है।

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जो मित्र के उत्कर्ष को बर्दाश्त कर सके,
वही सच्चा मित्र होता है।

~ हरिशंकर परसाई

अंधेरे का डर

चाहे कोई दार्शनिक बने साधु बने या मौलाना बने, अगर वो लोगों को अंधेरे का डर दिखाता है,

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तो ज़रूर वो अपनी कंपनी का टॉर्च बेचना चाहता है।

~ हरिशंकर परसाई

देश का निर्माण

देश की आधी ताकत लड़कियों की शादी करने में जा रही है। पाव ताकत छिपाने में जा रही है, शराब पीकर छिपाने में, प्रेम करके छिपाने में, घूस लेकर छिपाने में, बची पाव ताकत से देश का निर्माण हो रहा है – तो जितना हो रहा है, बहुत हो रहा है।

आख़िर एक चौथाई ताकत से कितना होगा।

~ हरिशंकर परसाई