मैं करता रहा इंतज़ार
मुँह खोले बारीशों का…
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एक छीट उसके जुल्फों की
तरबतर कर गयी…❤️
मैं करता रहा इंतज़ार
मुँह खोले बारीशों का…
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एक छीट उसके जुल्फों की
तरबतर कर गयी…❤️
मैं अपना चाय का कप किसी और को नही देती
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तुम्हे क्या खाक किसी और का होने दूँगी …
😜😜
प्रेम में पड़ी स्त्री को
तुम्हारे साथ सोने से ज्यादा अच्छा लगता है
तुम्हारे साथ जागना…!!
-अमृता प्रीतम-
लोग कहते हैं की पागल का कोई भरोसा नहीं..
कोई ये नहीं समझता की ‘भरोसे’ ने ही उसे पागल किया है..
कुछ रस्में मोहोब्बत में ऐसे भी निभाई हमनें
पूछा जब कभी “कैसी हो? ”
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कहा
“अच्छी” हमने !!
ना खूबसूरत…
ना अमीर…
ना शातिर बनाया था.
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मेरे खुदा ने तो मुझे तेरे खातिर बनाया था..😐