“पेड़ अगर जो मोह लगाते
फल डालियों पर सड़ जाते।”
-शैलेन्द्र कुमार शर्मा
गिरना आसान होता है, और गिराना उससे भी आसान होता है, लेकिन किसी का हाथ पकड़ कर उसे आगे बढ़ाना बहुत मुश्किल होता है ।
जो चीज़ आज़ाद विचारों को बर्दाश्त नहीं कर सकती,
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उसे समाप्त हो जाना चाहिए।
~शहीद भगत सिंह
संस्कार इसलिए भी कम हो गए हैं बच्चों में…
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पहले बुजुर्गों से सीखते थे और अब गूगल से .
दुनिया के साथ समस्या ये है कि बुद्धिमान लोग संदेह से भरे हैं
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जबकि मूर्ख आत्मविश्वास से!
~ चार्ल्स बुकोव्स्की
कोई व्यक्ति कितना ही महान क्यों न हो,आँखें मूंदकर उसके पीछे न चलिए।
यदि ईश्वर की ऐसी ही मंशा होती तो वह हर प्राणी को आँख,नाक,कान,मुँह, मस्तिष्क आदि क्यों देता..??
कानंद~स्वामी विवे
“मै एक मज़दूर हूँ।
जिस दिन कुछ लिख न लूँ,
उस दिन मुझे रोटी खाने का कोई हक नहीं।”
#प्रेमचंद
चापलूस और आलोचक मे केवल इतना अन्तर है कि चापलूस अच्छा बनकर बुरा करता है
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और आलोचक बुरा बनकर अच्छा करता है