जितना नज़रअंदाज़ करना है कर लो,
अंदाज़ा उस दिन का भी लगा लो जब हम नज़र नहीं आएंगे
जितना नज़रअंदाज़ करना है कर लो,
अंदाज़ा उस दिन का भी लगा लो जब हम नज़र नहीं आएंगे
जितना बदल सकते थे बदल लिया खुद को ,
अब जिसको तकलीफ है वो अपना रास्ता बदले
सच चाहता है उसे हर कोई पहचाने
और झूठ हमेशा डरता है कोई उसे पहचान ना ले
मंज़िल पाना तो दूर की बात
अगर ऐसे ही Ego में रहोगे तो रास्ते भी नहीं दिखेंगे
ज़िंदगी की अंजुमन का बस यही दस्तूर है…
बढ़ के मिलिए और मिल कर दूर जाते जाइए.!!
#जौन_एलिया
चलो तुम कुछ बातें याद करके
हमे गले लगा लो❤️
और मैं
कुछ बातें भूलकर मुस्कुरा लेती हूँ🤗….
“छूट गया हाथों से” वो मेरे
कुछ इस “कदर”
रेत “फिसलती” है जैसे “बन्द मुट्ठी से”💔…..