#पिता = पिता जीवन है, सम्बल है, शक्ति है,
#पिता = पिता सृष्टी मे निर्माण की अभिव्यक्ती है,
#पिता = अँगुली पकडे बच्चे का सहारा है,..
#पिता = कभी कुछ खट्टा कभी खारा है,
#पिता = पिता पालन है, पोषण है, परिवार का अनुशासन है,
#पिता = पिता रोटी है, कपडा है, मकान है,
#पिता = पिता छोटे से परिंदे का बडा आसमान है,
#पिता = अप्रदर्शित-अनंत प्यार है,
#पिता = पिता है तो बच्चों को इंतज़ार है,
#पिता = पिता से ही बच्चों के ढेर सारे सपने हैं,
#पिता = पिता है तो बाज़ार के सब खिलौने अपने हैं,
#पिता = पिता से परिवार में प्रतिपल राग है,
#पिता = पिता से ही माँ की बिंदी और सुहाग है,
#पिता = पिता परमात्मा की जगत के प्रति आसक्ती है,
#पिता = पिता गृहस्थ आश्रम में उच्च स्थिती की भक्ती है,
#पिता = पिता अपनी इच्छाओं का हनन और परिवार की पूर्ती है,
#पिता = पिता रक्त निगले हुए संस्कारों की मूर्ती है,
#पिता = पिता एक जीवन को जीवन का दान है,
#पिता = पिता दुनिया दिखाने का एहसान है,
#पिता = पिता सुरक्षा है, अगर सिर पर हाथ है,
#पिता = पिता नहीं तो बचपन अनाथ है,
#पिता = पिता नहीं तो बचपन अनाथ है…..!