Year: <span>2019</span>

Year: 2019

किसी को चाहना तो

किसी को चाहना तो
इतनी शिद्दत से चाहना की
उसके जाने के बाद
तुम्हारी कविताएँ
मोहताज न रहें
किसी समीक्षक की
किसी प्रशंसक की….

~ रचित दीक्षित

तुम मंदिर क्यूँ जाते हो ?

किसी ने पूछा –
जब हर कण कण मे भगवान है तो तुम मंदिर क्यूँ जाते हो ?

देने वाले ने बहुत सुंदर जवाब दिया –
हवा तो धुप में भी चलती है पर आनंद और चैन छाँव मे बैठ कर मिलता है।।

#जय_माता_दी