सर्द थपेड़े और हवा सरसरी है
मासूम था जनवरी
बदमाश तो ये फरवरी है
शुरुआत में कितने भी कसमें वादें कर लो ,
अंत
” पापा नहीं मानेंगे बाबू ”
से होगा।
हज़ार वादें तो नहीं कर पाऊंगा तुमसे,
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पर हर मुलाक़ात पे चाय जरूर पिलाऊंगा
ये वादा रहा…।☕❤️
इन्तज़ार मत करो
जो कहना है कह डालो
क्योंकि हो सकता है
फिर कहने का कोई अर्थ न रह जाय
~ केदारनाथ सिंह
आज promise day है,
सभी वादा करो कि…
गीला कचरा हरे डब्बे में
और सूखा कचरा नीले डब्बे में डालोगे..!!!
वादे का आज दिन है पर निभाने का नइ
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वो बुलाएगी जरूर पर उधर जाने का नइ
#HappyPromiseDay