जब इंसान हर काम में थकावट महसूस करने लगे तब ज़रूरी नहीं वह थका हुआ हो कभी कभी वो हारा हुआ भी होता है।
याददाश्त का कमजोर होना बुरी बात नहीं है
याददाश्त का कमजोर होना बुरी बात नहीं है
बड़े बेचैन रहते है वो लोग जिन्हें हर बात याद रहती है
जब इंसान हर काम में थकावट महसूस करने लगे तब ज़रूरी नहीं वह थका हुआ हो कभी कभी वो हारा हुआ भी होता है।
याददाश्त का कमजोर होना बुरी बात नहीं है
बड़े बेचैन रहते है वो लोग जिन्हें हर बात याद रहती है