पीपल के नीचे मस्तों का,
जमघट अब भी लगता है क्या ?
बच्चों की टोली का सावन
जल में छप-छ्प करता है क्या ?
क्या #त्योहारों पर हृदयों का,
अब भी वही मिलन होता है ?
बोल #पथिक ! क्या तेरे देस,
#सावन अब भी ऐसा होता है ?
Sawan Shuru
#सावन शुरू
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अब कुंवारी कन्याएं👧मन्दिर अच्छा वर मांगने जायेंगी!
और शादी शुदा “उलहाना” देने क्या मांगा था
और क्या दे दिया!
😂😁🙈