दिन छोटे #दिसंबर की लंबी रात होगी,
सर्दिया चल रही हैा सिर्फ #चाय की बात होगी।।
चाय और इश्क

दिन छोटे #दिसंबर की लंबी रात होगी,
सर्दिया चल रही हैा सिर्फ #चाय की बात होगी।।
बस कुछ इस तरह से
#दिसंबर का अंजाम हो…
कि मेरी आने वाली हर
#जनवरी मे तेरा नाम हो…
मैं #नवम्बर की
गुनगुनी ठंड ले आई हूँ..
तुम #दिसंबर की
गुलाबी धूप लेते आना…!!!❣️✍️