जिस्म से होने वाली मोहब्बत का इज़हार आसान होता है
रूह से हुई मोहब्बत समझने में ज़िन्दगी गुजर जाती है |
बच्चो की तरह सोचता है..
जो चीज़ मेरी है उसे कोई और ना देखे …
इंसान भी मोहबत में बच्चो की तरह सोचता है..
उन्हीं चाहतों का खुला आसमां हो तुम
अंदर ही अंदर अंगड़ाईयाँ लेकर मचलती हैं,जो हमेशा …
उन्हीं चाहतों का खुला आसमां हो तुम..!!