जैसे बरस पड़ती है …..
मेरी आंखे तुझे याद करके….
क्या कभी …..
तेरी बाहे नहीं तरसती …..
मुझे गले लगाने के लिए
जैसे बरस पड़ती है …..
मेरी आंखे तुझे याद करके….
क्या कभी …..
तेरी बाहे नहीं तरसती …..
मुझे गले लगाने के लिए
मुझसे नफरत करनी है तो इरादे मजबूत रखना
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जरा से भी चूके तो महोब्बत हो जायेगी।