औरत मोहताज नहीं किसी गुलाब की,
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वो खुद बाग़बान है इस कायनात की
हज़ार इश्क़ करो लेकिन इतना ध्यान रहे….
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के तुमको पहली मोहब्बत की बददुआ ना लगे…
किसी को चाहना तो
इतनी शिद्दत से चाहना की
उसके जाने के बाद
तुम्हारी कविताएँ
मोहताज न रहें
किसी समीक्षक की
किसी प्रशंसक की….
~ रचित दीक्षित
बदल जाऊं तो मेरा नाम वक्त रखना,
थम जाऊं तो हालात,
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छलक जाऊं तो मुझे जज्बात कहना..
महसूस हो जाऊं तो दोस्त राज़
#बज़्म
वास्ता हुस्न से या शिद्दत ए जज्बात से क्या
इश्क को तेरे कबीले या मेरी जात से क्या
प्यास देखूं या करूँ फिक्र कि घर कच्चा है
सोच में हूँ कि मेरा रिश्ता है बरसात से क्या..!
(जौन एलिया)
कुछ रस्में मोहोब्बत में ऐसे भी निभाई हमनें
पूछा जब कभी “कैसी हो? ”
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कहा
“अच्छी” हमने !!
अरे ओ गालिब सांवले रंग पर मत जा गालिब
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मैंने दुध से ज्यादा चाय के दिवाने देखे है।
😍☕️😍
घमण्ड बता देता है कितना पैसा है ।
#मर्यादा बता देती है परिवार कैसा है ।।
बोली बता देती है इंसान कैसा है ।
बहस बता देती है ज्ञान कैसा है ।।
नजरें बता देती है सूरत कैसी है ।
स्पर्श बता देता है नीयत कैसी है ।।
#बज़्म
बैठे चाय की प्याली लेकर पुराने किस्से याद करने…
चाय ठंडी होती गई और किस्से गरम होते गये !!