अगले जन्म मैं तुम्हें
प्रेयसी नहीं
भिक्षुणी बनकर मिलूँगी
एकदम खाली हाथ
मैंने मुट्ठी भर-भर
तुम्हें जो सर्वस्व दिया है
क्या तब तुम अंजुरी भर
डालोगे मेरी झोली में?
-समृद्धि
अगले जन्म मैं तुम्हें
प्रेयसी नहीं
भिक्षुणी बनकर मिलूँगी
एकदम खाली हाथ
मैंने मुट्ठी भर-भर
तुम्हें जो सर्वस्व दिया है
क्या तब तुम अंजुरी भर
डालोगे मेरी झोली में?
-समृद्धि
आँखों की अभिव्यक्ति
संसार की श्रेष्ठतम अभिव्यक्ति है..
आलिंगन संसार की सर्वोत्तम
चिकित्सा पद्धति है…
स्पर्श से बेहतर
कोई अनुवाद नहीं..
चुम्बन से सर्वोच्च
कोई अनुभूति नहीं…
और तुम कहते हो
प्रेम भाषा नहीं जानता..
~ हर्षिता पंचारिया