उसका हाथ
अपने हाथ में लेते हुए मैंने सोचा
दुनिया को
हाथ की तरह गर्म और सुंदर होना चाहिए.
~ केदारनाथ सिंह
उसका हाथ
अपने हाथ में लेते हुए मैंने सोचा
दुनिया को
हाथ की तरह गर्म और सुंदर होना चाहिए.
~ केदारनाथ सिंह
जब आप “फिक्र” में होते हैं, तो खुद जलते हैं…,
और
जब आप “बेफिक्र” हो जाते हैं, तो दुनिया जलती है…!!!
दुनिया में सिर्फ दिल ही है, जो बिना आराम किये काम करता है, इसलिए उसे खुश रखो, चाहे वो अपना हो या अपनों का ।।
इस दुनिया में ३ तरह के लोग होते हैं
१-“पोज़ेटिव” जो आगे बढ़ने में मदद
करते हैं
२-“नेगेटिव” जो आगे बढ़ने से रोकते हैं
और
३- “रिलेटिव”जो पोज़ेटिव और निगेटिव
दोनो की कचरा कर देते हैं 😥😒