बेज़ान आईने का दखल ग़वाऱा नही मुझे
मैं केवल खुद को तेरी आँखों में देखना चाहती हुँ 💞😘 💞
👉💞 💞👈
बेहपना मोहबतें –
बेज़ान आईने का दखल ग़वाऱा नही मुझे
मैं केवल खुद को तेरी आँखों में देखना चाहती हुँ 💞😘 💞
👉💞 💞👈
बेहपना मोहबतें –
फिल्मों में जब पंडित जी ये कहते है कि,
“कन्या को बुलाइये मुहूर्त का समय निकला जा रहा है”
तो इसका सीधा मतलब ये होता था…
👇🏻
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“दुल्हन घर छोड़कर भाग गई है”
😝😂😂
मुझे भी चांद 🌜पर जाना है
मेरे पास “चंद्रयान”🚀 तो नही है
लेकिन क्या मैं
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“बनियान” में जा सकता हूँ..??😬😜😂😛
एक बात समझ नही आई ….
सरकार जो इतने बड़े-बड़े क़दम उठाती है
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आखिर रखतीं कहा है ??…🤔🤔🤔
😁😁😛😝
मेरे जोक्स से किसीको
ऐतराज हो,
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तो वो सुप्रीम कोर्ट में अपील कर
सकता है !!
😂😂😂😂😂
आदमी शादी से पहले ‘गर्मजोशी’ में,
शादी के बाद कुछ दिनों तक ‘मदहोशी’ में,
और उसके बाद का पूरा जीवन
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“ख़ामोशी” में रहता है😁🤫😜😆😝
पहले दुकानों पर लिखा होता था,
“ग्राहक भगवान है”
तब देवताओ जैसी फीलिंग आया करती थी।
अब लिखा होता है,
“आप कैमरे की नजर में हैं”
अब चोर जैसी फीलिंग आती है….
😂😂😂😂
रिश्ता वही सोच नई…