रहने दो “उधार” इक मुलाकात
यूं ही..!
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सुना है “उधार” वालों को “लोग”
“भुलाया” नहीं करते..!!
रहने दो “उधार” इक मुलाकात
यूं ही..!
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सुना है “उधार” वालों को “लोग”
“भुलाया” नहीं करते..!!
एक ख़ूबसूरत पेड़
जिसपे खिले थे लाल
मखमली खूबसूरत फूल
इसे देख अचानक
ठहर गयी नज़र
क्योंकि नहीं थी उसपे हरी पत्तियाँ
दमक रही थी सूखी डाल फूलों से
तभी याद आयी तुम्हारी कही बात
उम्मीद जीवन की कभी छूटने मत देना
यूँ ही मुस्कुराते रहना हर लम्हा
इन पलाश के फूलों कि तरह
अंशु हर्ष
जो भी लोग अपनी पत्नी को दीपावली की गिफ्ट(???) दे रहे हैं या पकवान बनाने में मदद(???) कर रहे हैं 🤔🤔🤔
उससे विनती है कि उसकी फ़ोटो, FB या Whatsapp पर डाल के दूसरो के जीवन में जहर ना घोलें।
कुछ घरों में करवाचौथ का मामला ही अभी सुल्टा नही है*।
कक्षा के सबसे
उद्दंड लड़कों को
कक्षा की सबसे
शांत लड़कियों से
प्रेम होता है
सबसे शांत लड़कियाँ
प्रेम में पड़कर
उद्दंड हो जाती हैं
सबसे उद्दंड लड़के
प्रेम में पड़कर
शांत हो जाते हैं
~ देवेंद्र दांगी
अक्टूबर बिछड़ने का महीना है, शाख़ से पत्ते अलग हुए जा रहे हैं, हवाओं के दिल भी भारी हो रखे हैं, पर अक्टूबर उम्मीद का महीना भी है कि नंगी टहनियां फ़िर से हरी होंगी, सब ख़त्म हो जाने के बाद भी कुछ होना बचा रहेगा..
और बचा रहेगा मेरा तुमसे प्रेम करना दुनिया के किसी कोने में !
मुझे जीवन में इतना करना है
कि जब मैं मरूँ तो
संसार में उत्सव हो
मैं शोक का सारथी बनना नहीं चाहता
मेरी मृत्यु पर नन्हे-नन्हे
बालकों को दिए जाएँ दो-दो लड्डू
सुहागिनों को दिया जाए सिंगार का सामान
बुज़ुर्गों को बाँटी जाए लाठी
मेरी पत्नी को कुछ न दिया जाए
बस दी जाए इतनी इजाज़त
कि वह बालों में अनवरत सिंदूर भर सके
मैं किसी तारे की पीठ पर
बैठकर उसे निहारता रहूँगा।
~ देवेंद्र दांगी
फासला रखिये नहीं तो मोहब्बत हो जायेगी
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फिर किसी की अम्मा नही मानेगी …
किसी के अब्बा नहीं मानेंगे ,
एडमिन और पडोसन अगर सुंदर हो तो
आदमी अपनी पूरी जिंदगी आराम से
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एक ही ग्रुप और एक ही झोपड़ी में
गुजार सकता है!
💃😜😂
” संदेह “मुसीबत के पहाड़ों का निर्माण करता हैं,
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और ” विश्वास ” पहाड़ों में से भी रास्ते का निर्माण करता है*👍