फितरत तो कुछ यूं भी है, इंसान कीसाहब…..#बारिश खत्म हो जाये तो छतरी बोझ लगती है।
#बारिश
कागज कमाने है
घटाएं आ चुकी हैं आसमां पे, औऱ दिन सुहाने हैं…
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मेरी मजबूरी तो देखो, मुझे बारिश में भी काग़ज़ कमाने हैं…….✍️
#बारिश
जज साहब
बरसात के बारे में ट्वीट करना था
फिर याद आया
कही जज साहब
को बुरा लग गया तो
ना जाने क्या सजा सुना दे
#RichaBharti
Mohalle Ka Pyar
मोहल्ले की मोहब्बत का भी अजीब फसाना है..💕
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चार घर की दूरी है बीच में सारा जमाना है…😂🤣🤣🤣🤣