Category: <span>Two Line Shayari</span>

Category: Two Line Shayari

ख्वाहिशे दफ़न करे या चादर बड़ी करें

ये कश्मकश है ज़िंदगी की
कि कैसे बसर करें ……

ख्वाहिशे दफ़न करे
या चादर बड़ी करें ….