हुए बदनाम मगर
फिर भी न सुधर पाए हम..
फिर वही शायरी..
फिर वही इश्क़
फिर वही तुम..😘
समझता ही नहीं वो शख़्स,
अल्फ़ाज़ की गहराई…
हमने हर वो लफ़्ज़ कह दिया,
जिस में मोहब्बत है..!!
वो बिक चुके थे
जब खरीदने के काबिल हुए हम ……
ज़माने गुजर गए …
हमे अमीर होते होते……!!
उनकी जब मर्जी होती है
वो हमसे तब बात करते है
हमारा पागलपन तो देखिए
पूरा दिन उनकी
मर्जी के इंतजार करते है 😔😔