दुनिया में सिर्फ दिल ही है, जो बिना आराम किये काम करता है, इसलिए उसे खुश रखो, चाहे वो अपना हो या अपनों का ।।
पत्ते पेडों पर ही लगे हो तो हरे रहते ह
देखो साथ न छुटे बुजुर्गों का कभी..
पत्ते पेडों पर ही लगे हो तो हरे रहते हैं..।।
नहीं मिला मुझे कोई तुम जैसा आज तलक
नहीं मिला मुझे कोई तुम जैसा आज तलक,
पर ये सितम अलग है कि मिले तुम भी नहीं..!
नहीं मिला मुझे कोई तुम जैसा आज तलक
नहीं मिला मुझे कोई तुम जैसा आज तलक,
पर ये सितम अलग है कि मिले तुम भी नहीं..!
कभी हमसे भी पूछ लिया करो हाल-ए-दिल
“कभी हमसे भी पूछ लिया करो हाल-ए-दिल,
कभी हम भी तो कह सकें दुआ है आपकी”
जो महकता है उसे कौन बुझा सकता ह
फूंक मारकर हम दिए को बुझा सकते है
पर अगरबत्ती को नहीं,
क्योंकि जो महकता है उसे कौन बुझा सकता है…
और जो जलता है वह खुद बुझ जाता है।
सलीका नक़ाब का
सलीका नक़ाब का भी
तुमने अजब कर रखा है।
जो आँखे हैं क़ातिल,
उन्हीं को खुला छोड़ रखा है।।
कौन शरमा रहा है आज यूँ हमें फुरसत में याद कर के…
हिचकियाँ आना तो चाह रही हैं, पर ‘हिच-किचा’ रही हैं…
कौन शरमा रहा है आज यूँ हमें फुरसत में याद कर के…