संकट में तो शत्रु भी मदद कर देते हैं।
मित्रता की सच्ची परीक्षा संकट में नहीं, उत्कर्ष में होती है।
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जो मित्र के उत्कर्ष को बर्दाश्त कर सके,
वही सच्चा मित्र होता है।
~ हरिशंकर परसाई
संकट में तो शत्रु भी मदद कर देते हैं।
मित्रता की सच्ची परीक्षा संकट में नहीं, उत्कर्ष में होती है।
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जो मित्र के उत्कर्ष को बर्दाश्त कर सके,
वही सच्चा मित्र होता है।
~ हरिशंकर परसाई
चाहे कोई दार्शनिक बने साधु बने या मौलाना बने, अगर वो लोगों को अंधेरे का डर दिखाता है,
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तो ज़रूर वो अपनी कंपनी का टॉर्च बेचना चाहता है।
~ हरिशंकर परसाई
इन्सान अगर अपने उंगलियों का इस्तेमाल अपनी गलतियों को गिनने में करने लगेगा
तो
उसे दूसरों के पिछवाड़े में उँगली करने का समय ही नही मिलेगा..
😁🤣😝😝🤣🤣🤣
#आज_का_ज्ञान
यदि कोई तुम्हे नज़र अंदाज़ करे तो
बुरा मत मानना क्योंकि
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इंसान अक्सर
महंगी चीजो को नज़र अंदाज़ करता है😜
मास्क लगाकर दो महीने में ही थक गया वो आदमी
जो कहता था कि
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“औरत” को हमेशा “घुंघट” में रहना चाहिए !!
अक्सर दिखाई नहीं देता पर
सामने जरूर होता है
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हर खुदखुशी करने वाले का क़ातिल
जरूर होता है
My First Restaurant – My Mother’s Breast
My First Toilet – My Mother’s Laps
My First Music – My Mom HeartBeat
My First School – My Mother’s Kitchen
My First Teacher – My Mother
My First Doctor – My Mom
My First Friend – My Mom
#HappyMothersDay
सत्य को भी प्रचार चाहिए,
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अन्यथा वह मिथ्या मान लिया जाता है।
~ हरिशंकर परसाई
एक कड़वा सच
शादी में कुवारे
और शवयात्रा में बूढ़े लोग
ज्यादा इस वजह से जाते हे की दोनों को एक बात ही सताती हे
हम नहीं गये तो हमारे कौन आयेगा !?
😮😦