मजबूत रिश्ते और कड़क चाय
धीरे धीरे बनते हैं
ये ही खासियत है जिंदगी की
कर्ज वो भी चुकाने पड़ते हैं
जो कभी लिए ही नहीं…✍
गिरते परिंदों में भी फर्क देखती है दुनिया,
संभालती उसी को है जो मजबूत होता है….
स्पष्टीरण देने में
अपना समय मत
बर्बाद करिये…..
लोग केवल
वही सुनते हैं
जो वे सुनना चाहते हैं.
बेवजह शोर मचाने से
सुर्खियां नहीं मिला करती..!
कर्म करोगे तो खामोशियां
भी अखबारों में छपेंगी….
दर्द भी वही देते हैं जिन्हे हक दिया जाता हो
वर्ना गैर तो धक्का लगने पर भी माफी माँग लिया करते हैं..
जहां तक रिश्तों की बात है तो लोगो का आधा वक्त अनजान लोगों को इम्प्रेस करने में निकल जाता है और आधा अपनो को इग्नोर करने में ।
याददाश्त का कमजोर होना बुरी बात नहीं है
बड़े बेचैन रहते है वो लोग जिन्हें हर बात याद रहती है
कोयल अपनी भाषा बोलती है
इसलिए आजाद रहती है
तोता दूसरों की भाषा बोलता है
इसलिए पिजरे में रहता है
अपनी भाषा ,
अपने विचार और
अपने आप पर विश्वास रखे…
रात भर चलती हैं उँगलियाँ मोबाइल पर
किताब सीने पे
रख कर सोये हुए एक जमाना हो गया…!!!