जब भी किसी गरीब को हँसते हुए देखे
तो समझ लेना चाहिये कि
खुशियों का ताल्लुक दौलत से नहीं है
जब भी किसी गरीब को हँसते हुए देखे
तो समझ लेना चाहिये कि
खुशियों का ताल्लुक दौलत से नहीं है
लोग जब पूछते है कि…
आप क्या काम करते है..???
असल में वो हिसाब लगाते है कि…
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आपको कितनी “इज्ज़त” देनी है..!
😝😝😝
किसी का श्रेय मिले ना मिले, अपना श्रेष्ठ देने चाहिये
आशा चाहे कितने कम हो निराशा से बेहतर होती है ।
“बुद्धिमान व्यक्तियों की प्रंशसा की जाती है; धनवान व्यक्तियों से ईर्ष्या की जाती है; बलशाली व्यक्तियों से डरा जाता है, लेकिन विश्वास केवल चरित्रवान व्यक्तियों पर ही किया जाता है।”
अल्फ्रेड एडलर
किसी की पहली पसंद से ले कर
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किसी के आखरी ख़्वाईश तक का सफर है ज़िन्दगी…
सब कुछ हासिल नही होता ज़िंदगी मे यहाँ
किसी का “काश” तो किसी का
अगर रह ही जाता है ….
जब इंसान हर काम में थकावट महसूस करने लगे तब ज़रूरी नहीं वह थका हुआ हो कभी कभी वो हारा हुआ भी होता है।
“नाराज़गी” भी एक खूबसूरत रिश्ता है,
जिससे होती हैं वह व्यक्ति दिल और दिमाग, दोनों में रहता है