चाय और चरित्र जब भी गिरते है
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दाग जरूर लगता है ✅
🙏 🙏
एक के पास नमक है तो दूसरे के पास मरहम हैं
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साहब तलाश दोनों को “घाव” की है ……….
मैनें सीमेंट से सीखा हैं कि
जोडने के लिए नर्म होना जरुरी है
और जुड़े रहने के लिए सख़्त
रिश्तों की चाय में शक्कर ज़रा माप के ही रखना…
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फीकी हुई तो स्वाद नही आएगा..
ज्यादा मीठी हुई तो मन भर जाएगा…👌
घर से भागी हुई बेटीयां, अपनें साथ भगा ले जाती है आसपास कि बेटियों के सपने और पढ़ने लिखने की आजादी ।
कड़वा सत्य😞😞
बहुत बार हम “धागे” ही
इतने कमज़ोर चुन लेते हैं,
की पूरी ज़िंदगी ही “गाँठ बाँधने”
में गुज़र जाती हैं..!🙏
तीन तरह के लोग होते है…🙂🙂🙂
1) प्यार से पेट नही भरता.. पैसे चाहिए🙄🙄
2) पैसे बाहोत है.. प्यार चाहिए🤓🤓
3) ना पैसे है ना प्यार है.. और ये भी नहीं पता की क्या चाहिए😫😫
🤣🤣🤣🤣😆😆😆😆
बड़े लोगों से मिलने में हमेशा फासला रखना
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समंदर से मिले दरिया तो फिर दरिया नहीं रहता
-बशीर बद्र
जो लोग दिल के अच्छे होते है,..
दिमाग वाले अक्सर उनका जम कर फायदा उठाते है
🙏सुप्रभात 🙏