Category: <span>आशिकी</span>

Category: आशिकी

हर बात तुम्हारी अच्छी हैं

मैं तुमसे बेहतर लिखता हूँ

पर जज्बात तुम्हारे अच्छे हैं

मैं खुश हरदम रहता हूँ

पर मुस्कान तुम्हारी अच्छी हैं

मैं अपने उसूलों पर चलता हूँ

पर ज़िद तुम्हारी अच्छी हैं

मैं एक बेहतर शख्सियत हूँ ,

पर सीरत तुम्हारी अच्छी हैं

मैं कितना भी कुछ कहता रहूँ

पर हर बात तुम्हारी अच्छी हैं

शौक था कभी पढ़ने का उन्हें

शौक था कभी पढ़ने का उन्हें जिन्हे पढ़ कर सभी छोड़ दिया करते थे
आज छोड़ रहे है वो मेहताब उन्हें
जो छोड़ी चीज को खुशी से जोड़ दिया करते थे