Category: <span>आज का ज्ञान</span>

Category: आज का ज्ञान

मोहब्बत अपने अंजाम पर कब पहुँचती है

भक्त – बाबा मोहब्बत अपने अंजाम पर कब पहुँचती है
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बाबा ‐ जब कमरे की व्यवस्था हो जाती है
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जूते की अभिलाषा

चाह नही मैं ब्रांडेड होकर अपने जीवन पर इतराऊँ

चाह नही मैं विश्व सुंदरी के , पग में पहना जाऊँ

चाह नही दूल्हे के पग में रह, साली को ललचाऊँ

चाह नही धनीको के चरणों मे , हे हरि मैं डाला जाऊँ

ए सी में रहूँ कालीन पर घूमूं , और अपने भाग्य पर इठलाऊँ

मुझे निकाल कर पैरों से ,

उस मुँह पर तुम देना फेंक

जिस मुँह से भी निकल रहे हो , देशद्रोह के शब्द अनेक

किसी की कोई बात बुरी लगे तो

किसी की कोई बात बुरी लगे तो, दो तरह से सोचे ।

यदि व्यक्ति महत्वपूर्ण हैं तो बात को भूल जाएं,

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बात महत्वपूर्ण हैं तो व्यक्ति को भूल जाये ।