बिना जिस्म को छुए
कोई रूह से लिपट जाए…
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मेरे ख्याल में तो
वही सच्चा इश्क़ है..
बिना जिस्म को छुए
कोई रूह से लिपट जाए…
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मेरे ख्याल में तो
वही सच्चा इश्क़ है..
तमाम प्रेम कविताओं
और
तरल सम्वेदनाओं के बावजूद
नहीं पकड़ पाए वो रंग
जिसमें डूब
एक अबोध बालक
बिल्ली के अक्ष्म बच्चे को
सहलाता है
छुप कर पालता है
और
उचित समय
दूर कहीं पेड़ के नीचे सुरक्षित छोड़
निर्लप्त चला आता है
फिर से कहीं और प्रेम बाँटने के लिए…
बेचारा आदमी हर तकलीफ से बाहर
निकल सकता है
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पर जहाँ बीवी पोंछा लगा रही हो वहाँ से नहीं
😂😂😂😂😂😂😂😂
गलतियों से जुदा तू भी नही, मैं भी नही,
दोनों इंसान हैं, खुदा तू भी नही, मैं भी नहीं
तू मुझे औऱ मैं तुझे इल्जाम देते हैं मगर,
अपने अंदर झाँकता तू भी नही, मैं भी नही
गलतफमियों ने कर दी दोनो मे पैदा दूरियां
वरना बुरा तूभी नही, मैं भी नही
कोई फर्क नहीं पड़ता कि
आप कितने खूबसूरत हैं ?
~क्योंकि~
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लँगूर और गोरिल्ला भी
अपनी ओर लोगों का ध्यान
आकर्षित कर ही लेते हैं
😂😂😂😂
हमारा कानून इसीलिए कमजोर है क्योंकि
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यहां पाॅलिथीन बनाने वाली कंपनियों पर
नहीं पाॅलिथीन में सब्जी बेचने वाले
पर कार्रवाई होती है।
😒😒😒😒😒😒
ज़रूरी नहीं कि सबकी नज़रों में अच्छे ही बनो
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कुछ लोगों की नज़रों में खटकने का मज़ा ही अलग है…….😁😁😁
अगर समय मिले तो “शब्दों का भी PUC” करवा लिजियेगा
क्योंकि..
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संबंधों के 99.99% केस मेंं “शब्द” ही प्रदुषण फैलाते हैं!
सुन रहे हो प्रिय?
तुम्हें मैं प्यार करती हूँ।
और जब नारी किसी नर से कहे,
प्रिय! तुम्हें मैं प्यार करती हूँ,
तो उचित है, नर इसे सुन ले ठहर कर,
प्रेम करने को भले ही वह न ठहरे।
~ दिनकर (‘उर्वशी’ से)
दूध को गैस पर 2 मिनट छोड़ने के बाद दूध भी नसीहत देने लगता है
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मुझे छोड़कर जो तुम जाओगे…
बड़ा पछताओगे बड़ा पछताओगे
😂 😂